ताज़ा खबरें

7/recent/ticker-posts

Barabanki: दिन में आकर्षण और रात में दहशत का सबब बना मगरमच्छ

 


रिपोर्ट-अमित गुप्ता

Barabanki News... जिले के कुर्सी थाना क्षेत्र में ग्रामीण पर हमले के आठ दिन बाद भी अभी तक मगरमच्छ पकड़ा नहीं जा सका है। घड़ियाल दिन में कई बार नजर आता है और रात में दहशत का सबब बन जाता है। वहीं वन विभाग नहर में पानी आने का इंतजार कर रहा है। 

 बताते चलें कि करीब आठ दिन पहले कुर्सी कोतवाली क्षेत्र में शारदा के पोखन्नी रेगुलेटर पर पुल के पास पानी में रह रहे मगरमच्छ को पकड़ने के लिए हनुमन्तापुर के सुल्तान अपने चाचा इम्तियाज निवासी निंदूरा के साथ वन विभाग के कहने पर नौ लोगों की टीम लेकर गए थे। तभी जाल लगाकर पकड़ने की कोशिश में अचानक घड़ियाल ने निन्दूरा गांव के इम्तियाज पुत्र मुन्ना पर घड़ियाल ने हमला कर दिया, जिसमें इम्तियाज गंभीर रूप से घायल हो गया। प्रधान प्रतिनिधि निंदूरा कमलेश यादव ने जब उच्चाधिकारियों से मामले की शिकायत की थी। तब वन विभाग की टीम हरकत में आई और घायल को अस्पताल में भर्ती कराकर इलाज कराना प्रारंभ किया। 

 घड़ियाल के हमले में इन्तियाज मौत का निवाला बनते-बनते बचा था। उसका अभी तक देवा के एक प्राइवेट अस्पताल में वन विभाग द्वारा इलाज कराया जा रहा है। इस संबंध में डीएफओ ने बताया कि वन विभाग की टीम वहां तैनात की गई है, जो 24 घंटे नजर रख रही है। घड़ियाल जिस स्थान पर है वहां 10 से 15 फिट गहरा पानी है। ये घड़ियाल के लिए प्राकृतिक रहने का स्थान है और वहां से उसे निकालना हमारी गाइडलाइन में नहीं है और सिंचाई विभाग की माने तो एक सप्ताह में नहर में पानी भी आने वाला है। इससे पानी बढ़ने पर वह आगे पीछे हो जाएगा। 

दिन के समय पोखनी रेगुलेटर से गुजरने वाले राहगीरों के लिए घड़ियाल आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। राहगीर रुक कर घड़ियाल के पानी से बाहर आने का इंतजार करते हैं। वहीं रात के समय आसपास के गांवों में दहशत व्याप्त है कि कहीं रात के अंधेरे में घड़ियाल गांव या आसपास पहुंच न आए, क्योंकि बीते वर्ष पास के गांव में मगरमच्छ पहुंच गया था। जिसे पकड़ने में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा था।


Crocodile causes attraction in the day and panic at night


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ