Barabanki News... इन दिनों आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ता जा रहा है। इसकी खास वजह गर्मी बताई जा रही है। जानकारों का कहना है कि तेज धूप और पानी की कमी के चलते कुत्ते हाई स्ट्रोक हो जाते हैं और पागल होकर लगातार दौड़ते रहते हैं। फिरल लोगों को अपना शिकार बनाते हैं। यही वजह है इन दिनों कुत्तों के काटने के मामलों में इजाफा हो रहा है।
जिले मसौली क्षेत्र में हमारे संवादाता की पड़ताल के दौरान क्षेत्री पशु चिकित्सालय के डॉ कमलेश कुमार ने बताया कि गर्मी में तेज धूप और पानी की कमी से कुत्ते हाई स्ट्रोक हो जाते हैं और पागल होकर लगातार दौड़ते रहते हैं। उन्होंने बताया कि पागल कुत्तों की जीभ बाहर निकली रहती है। डॉ कमलेश कुमार ने ये भी बताया कि कुत्तों में पागलपन दो तरह का होता है। डम्प फाम और फ़्यूरिस फाम। डम्प फाम में पागल कुत्ता सुस्त रहता है और फ़्यूरिस फाम में हाईपर के कारण दौड़ता रहता है। ये सबसे खतरनाक होता है। उन्होंने बताया कि कुत्ते की लार से बचना चाहिए क्योंकि लार में ही वायरस होते हैं, जो सीधे दिमाग पर अटैक करते हैं।
वहीं बड़ागांव सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ वीके मौर्य ने बताया कि रैबीज कुत्ता, बिल्ली, बन्दर,सियार सहित सभी जंगली जानवरों के काटने से होता है। इसका सीधा असर दिमाग पर होता है। उन्होंने बताया कि आगर किसी को कुत्ता काटे, घाव को तुरन्त साफ पानी से धुलना चाहिए, फिर घाव पर लाइफबॉय साबुन से करीब आधे घंटे तक धुलते रहना चाहिए, जिससे घाव से वैक्टीरिया निकल जाय। इसके बाद तुरन्त अस्पताल ले जाकर एन्टी रैबिज का इंजेक्शन लगवायें। डॉ0 जाकिर हुसैन ने बताया कि घरेलू नुस्खे बेकार की बाते हैं। इन पर विश्वास न करें। एंटी रैबिज इंजेक्शन के 4 डोज लगती हैं। इसमे कुत्ता काटने के 24 घण्टे के अन्दर इसके बाद दो डोज हर तीसरे दिन चौथा डोज 21 दिन बाद दिया जाता हैं।
आपको बता दें कि इन दिनों आवारा कुत्तो का आतंक काफी बढ़ा है। गर्मी बढ़ने के साथ ही कुत्ते हिंसक हो रहे हैं। बड़ागांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर रोजाना करीब 20 से 25 एंटी रैबीज के इंजेक्शन लगाये जा रहे हैं। पड़ताल के दौरान पता चला कि सीएचसी बड़ागांव मे रैबीज इंजेक्शन के काउंटर पर हर रोज मरीजों की भीड़ लगती है। आंकड़ों के मुताबिक यहां हर रोज 20 से 25 लोगो कुत्ता काटने पर इंजेक्शन लगवाने आते हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बड़ागांव में मंगलवार को पड़ताल के वक्त 14 मरीज मिले। इनमें मसौली के विष्णु गुप्ता पुत्र ओमकार, अमित पुत्र विक्रम,उपदेश पुत्र केशन, सुरेंद्र पुत्र राम आधार, अर्पित पुत्र राम कैलाश, मो0 हस्सान पुत्र अतीक,आजम पुत्र कय्यूम, शिवांगी पुत्री शिवा, राम सरन, बिछलखा निवासी आनंद पुत्र बुधराम, बांसा निवासी रामदुलारी पुत्री जगत नरायण, मुश्कीनगर निवासी वंदना पुत्री जगप्रसाद, बिरौली निवासी अभिषेक पुत्र राकेश,मदारपुर निवासी विदेश पुत्र प्रेमचंद को कुत्तो ने काटकर घायल कर दिया तो विवेक पुत्र पप्पू नेवला करसंडा, किन्हौली निवासी सरिता पुत्री श्रवण कुमार रैबीज का इंजेक्शन लगवाने अस्पताल आये थे। वही करीब 15 लोग दूसरा व तीसरा इंजेक्शन लगवाने आये थे।
High stroke in dogs, increasing panic, take these measures
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