Barabanki News... जैसे-जैसे हाईवेज और एक्सप्रेस वेज का विस्तार हो रहा है। उसी रफ्तार में सड़क हादसों में भी तेजी से इजाफा हो रहा है। ये मार्ग अब मौत का हाईवे साबित हो रहे हैं। हर रोज विभत्स और दिल दहला देने वाले सड़क हादसों की खबरें अब आम होती जा रही हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं? इऩ हादसों में कमी लाई जा सकती है। अगर अधिकारी अपना दायित्व ईमानदारी से निर्वहन कर यातायात नियमों का पालन सख्ती से कराएं, तो सड़क दुर्घटनाओं में काफी हद कमी आ सकती है, बशर्ते राजमार्ग पर सुरक्षा मानक एवं संकेतक का बंदोबस्त में वह भी पीछे ना रहे।
इस समय में जहां देखो वहीं भीषण दुर्घटनाएं हो रही हैं। जिसके चलते लोगों के अनमोल जीवन असमय ही समाप्त हो जाता है। परिजनों को जीवन भर पछताना पड़ता है। किसी के बुढ़ापे का सहारा छिन जाता है तो किसी का सुहाग उजड़ जाता है ! बच्चे अनाथ हो जाते हैं। सड़के इतनी बढ़िया बन गई है कि चालक हवा में बात करते चलते हैं, वाहनों को धीमा चलाना उनकी फितरत में नहीं। मोड़ कट, यू-टर्न से अपरिचित चालक अंततः दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। फर्राटे के साथ सड़क और कट को पार कर जाते हैं। मोड़ के लिए कोई संकेतक या फिर लाइट लाइन के अभाव में वाहनों में भिड़ंत होती है और अनेकानेक लोग जीवन खो बैठते हैं। आए दिन दुर्घटनाएं हो रही है, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण धृतराष्ट्र की भूमिका में है।
इधर निगरानी कर्ताओं में रूचि अभाव से कम उम्र के युवा बड़े-बड़े वाहन सड़कों पर दौड़ाते दुर्घटना का कारण बन रहे हैं। कम उम्र के ड्राइवर जिन्हें ठीक से गाड़ी चलाना नहीं आता है । वे लोग ऐसे सड़कों पर फर्राटा भरते हैं कि जरा सी चूकें,तो बड़ी दुर्घटना हो जाए। वर्तमान समय में डंपर से ज्यादा दुर्घटनाएं हो रही है, क्योंकि इऩके चालक इन्हें इतना तेज चलाते हैं कि अचानक रोकने पर असमर्थ हो जाते हैं। सबसे ज्यादा इनकी चपेट में जीप ,कार ,मोटरसाइकिल ,पैदल चलने वाले आ जाते हैं। रामनगर क्षेत्र में कई ऐसे स्थान है, जहां पर आए दिन ऐसी दुर्घटनाएं होती रहती हैं। रामनगर से घाघरा घाट पुल, रामनगर चौराहे से सूढियामऊ मार्ग। वहीं रामनगर से महादेवा जाने वाले मार्ग तथा रामनगर-मसौली मार्ग पर आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। इन घटनाओं पर तभी रोक लग सकती है, जिम्मेदार अधिकारी अपने कर्तव्य का पूर्णतया पालन करें और वाहन चालकों पर विशेष ध्यान रखें। अगर कोई कमी है तो उनके विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई करें।
Lucknow-Gonda road proving to be a highway of death! Here's why.
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