ताज़ा खबरें

7/recent/ticker-posts

अपहरणकर्ता को पिता मान बैठा बच्चा, परिजनों के साथ जाने को जल्दी नहीं हुआ तैयार

 

LUCKNOW NEWS... राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां 14 माह पहले अगवा किया गया बच्चा जब बरामद हुआ तो अपहरणकर्ता को ही अपना पिता मानने लगा। उसको जब परिजनों के सुपुर्द किया जाने लगा, तो वो जल्दी तैयार नहीं हुआ। काफी मुश्किलों के बाद उसे उसके परिजनों को सौंपा गया। 

दरअसल जयपुर सांगानेर सदर थाना क्षेत्र में 14 माह पहले हुए 11 महीने के मासूम पृथ्वी अपहरण मामले का पुलिस ने बुधवार को पर्दाफाश कर दिया। इस मामले में पुलिसन ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। पुलिस के हत्थे चढा आरोप पहले पुलिस में हेड कांस्टेबल रह चुका है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया और उसके कब्जे से बच्चा बरामद किया। आरोपी साधु बनकर वृंदावन के परिक्रमा मार्ग में यमुना के खादर में रह रहा था। पहचान छिपाने के लिए उसने दाढ़ी और बाल बढ़ा रखे थे। 

डीसीपी (साउथ) दिगंत आनंद ने मामले का खुलासा करते हुआ बताया कि आरोप आगरा के कागारोल का तनुज चाहर है। वह यूपी के अलीगढ़ की रिजर्व पुलिस लाइन में हेड कांस्टेबल था और वर्तमान में निलंबित चल रहा है। वो एसओजी और सर्विलांस टीम में भी रह चुका था। वो पुलिस कार्यप्रणाली का जामकार था, इसलिए उसने फरारी के दौरान अपना मोबाइल इस्तेमाल नहीं किया। वह अपनी लोकेशन बदलता रहता था। 

   

तनुज चाहर गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम 22 अगस्त को मथुरा, आगरा और अलीगढ़ पहुंचीं। सूचना मिली थी कि तनुज ने दाढ़ी बढ़ा ली है और वह साधु का चोला पहनकर वृंदावन के परिक्रमा मार्ग मे यूमना के खादर क्षेत्र में कुटिया बनाकर रह रहा है। 27 अगस्त को तनुज अलीगढ़ गया है। पुलिस आरोपी को पकड़ने पहुंची, तो वह अपहृत बालक को लेकर खेतों में भागने लगा। पुलिस ने पीछा कर उसे पकड़ा। 

जांच अधिकारी एडिशनल डीसीपी (सिकाउ) पूनम चंद विश्नोई और एडिशनल डीसीपी (साउथ) पारस जैन ने बताया कि आरोपी तनुज परिवादिया पूनम चौधरी और अपहृत बालक पृथ्वी उर्फ कुक्कु को अपने पास रखना चाहता था, लेकिन परिवादिया आरोपी के साथ नहीं जाना चाहती थी। इसलिए तनुज ने परिवादिया के तब 11 महीने के बच्चे का साथियों के साथ मिलकर घर के बाहर से अपहरण कर लिया। तनुज परिवादिया से बात मनवाने के लिए धमकी दे रहा था। इसे दौरान उसे नौकरी से भी निलंबित होना पड़ा, लेकिन वह अपनी जिद नहीं छोड़ रहा था। 

 बच्चे की सुपुर्दगी के वक्त जब बच्चा परिजनों को सौंपा जाने लगा तो वो जाने को तैयार नहीं हुआ। काफी रोने धोने के बाद वो किसी तरह अपने परिजनों के साथ गया। बच्चे के सुपुर्दगी के वक्त का वीडियो भी वायरल हो रहा है।

abduction

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ