इको-फ्रेंडली आतिशबाजी के साथ देवा मेला 2024 का हुआ भव्य समापन BARABANKI News... "जो रब है वही राम है।" का संदेश देने वाले हाजी वारिस अली शाह के वालिद सैय्यद कुर्बान अली शाह की याद में लगने वाले दस दिवसीय देवा मेला का रविवार की शाम आतिशबाजी के साथ समापन हुआ। देवा मेला कमेटी के अध्यक्ष/ जिलाधिकारी श्री सत्येंद्र कुमार ने तमाशे की बत्ती में आग लगाकर इको-फ्रेंडली आतिशबाजी प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। दौरान समूचा आसमान सतरंगी रोशनी से नहा उठा। आतिशबाजों नें ऐसा समां बांधा कि लोग एकटक आसमान की ओर निहारते रहे।
6 आतिशबाजों के बीच हुई प्रतियोगिता
देवा मेला 2024 में, आतिशबाज , मंजर अब्बास, रजा अब्बास, मो0 नाज़िम, गुलाम वारिस, मो0 कादिर और मो0 आजम आतिशबाजों के बीच आतिशबाजी की जबरदस्त
प्रतियोगिता हुई। निर्णायक मंडल द्वारा आतिशबाज मो0 आजम प्रथम व आतिशबाज गुलाम वारिस द्वितीय और आतिशबाज मो0 कादिर तीसरे स्थान पर रहे। जिन्हें कमेटी द्वारा क्रमशः 27, 21 व 16 हजार रुपए के पुरस्कार से तथा अन्य 3 आतिशबाजों को सांत्वना पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
स्मारिका 2024 का किया गया विमोचन
18 अक्टूबर 2024 से शुरू हुए 10 दिवसीय देवा मेला का भव्य समापन रविवार 27 अक्टूबर 2024 को हुआ। समापन कार्यक्रम से पूर्व देवा मेला एवं प्रदर्शनी समिति के अध्यक्ष/ जिलाधिकारी बाराबंकी, श्री सत्येंद्र कुमार ने दीप प्रज्ज्वलित करके स्मारिका विमोचन कार्यक्रम की शुरुआत की। देवा मेला समिति के सचिव / एडीएम श्री अरुण कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री दिनेश कुमार सिंह सहित सम्मानित मेला कमेटी के सदस्यगणों की उपस्थिति में देवा मेला 2024 की स्मारिका (पत्रिका) का विमोचन किया गया। इस अवसर पर जनकवि व साहित्यकार श्री योगेंद्र शुक्ल "मधुप" जी को उनके साहित्यिक कृतित्व के लिये देवा मेला कमेटी के अध्यक्ष/ जिलाधिकारी द्वारा अंगवस्त्र भेंट करके सम्मानित किया गया।
उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारी और कमर्चारियों को मिला प्रशस्ति पत्र
देवा मेला 2024 में विभिन्न स्तरों पर दी गयी जिम्मेदारियों के प्रति उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को जिलाधिकारी श्री सत्येंद्र कुमार और पुलिस अधीक्षक श्री दिनेश कुमार द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इसके बाद देवा मेला कमेटी के सचिव/ एडीएम श्री अरुण कुमार सिंह ने देवा मेला 2024 के विषय में संक्षिप्त वृत्तिक आख्या को प्रस्तुत करते हुए देवा मेला को सकुशल संपन्न कराने में योगदान निभाने वाले सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के प्रति आभार प्रकट किया।
मेगा लेजर-शो को देखने उमड़ी भीड़
देवा मेला में आतिशबाजी प्रतियोगिता से पूर्व मेगा लेजर-शो मुख्य आकर्षण का केंद्र रहा, जिसमें लेजर लाइटों द्वार सूफी संत के जीवन पर आधारित रही जिसे देखने के लिये कॉफी भीड़ उमड़ पड़ी।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की अंतिम श्रृंखला की प्रस्तुतियों को दर्शकों ने खूब सराहा
रविवार को देवा मेला के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की अंतिम श्रृंखला में नोडल/ जीजीआईसी देवा की प्रिंसिपल डॉ सुविद्या वत्स के निर्देशन में सायं कालीन सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरुआत हुई। सर्व प्रथम टीआरसी महाविद्यालय सतरिख की छात्रा उमा देवी ने अपने गीत, विद्या से सजउले गुरुवर क़िस्मत हमार हो, गीत के माध्यम से शिक्षा के प्रति जागरूक किया। इसके बाद लखनऊ की सिंगर मंजू माही और उनके साथ कलाकर राजकुमार व तबला वादक पवन चौधरी ने कव्वाली, मोहम्मद ना होते तो कुछ भी न होता और ओ जो आँखों से एक पल ना ओझल हुए, जाते हो प्रदेश पिया जाते ही खत लिखना, मेरे रस्के कमर, आदि मनमोहक प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम के प्रतिभागियों को मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मंचीय व्यवस्थापक सतीश कुमार तिवारी, दिलीप मिश्रा आदि सहित बच्चे और शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।
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