Lucknow News...विश्व विख्यात मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना खलील उर रहमान सज्जाद नोमानी ने गणतंत्र दिवस के मौके पर कहा कि हमारे बुजुर्गों ने बड़ी जद्दोजहद के बाद संविधान बनाया था। हम इस संविधान को बचाएंगे। उन्होंने बताया कि यह हमारा धार्मिक और इंसानी कर्तव्य भी है। इसमें हम बेहतरी लाने की हर संभव कोशिश करेंगे।
मौलाना खलील उर रहमान सज्जाद नोमानी ने कहा कि हमारे उलमा, मस्जिदों के इमाम, नौजवान छात्र और महिलाएं राष्ट्र नेतृत्व के हुनर को सीखें और समझें। उन्होंने कहा कि आज के हालात में अपने देश को सांप्रदायिक ताकतों और समाज को अराजक तत्वों से कैसे बचाएं? भारतीय संविधान के मूल भावना पर देश का हर वर्ग कैसे अमल करे, ये हम सबकी जिम्मेदारी है।
मौलाना सज्जाद नोमानी ने कहा कि संविधान प्रदत्त अधिकार देश के प्रत्येक नागरिक को कैसे मिले, इसकी तरबियत लेने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मस्जिद के नमाजी हों या मंदिर के पुजारी, देश के हर वर्ग के लिए गर्व का दिन है। गणतंत्र दिवस समाज के कमजोर, वंचितों और अल्पसंख्यकों का दिन है। इसलिए पूरे ईमानदारी से इस दिन को मनाना चाहिए।
मौलाना नोमानी ने बताया कि लोकतंत्र के महापर्व गणतंत्र दिवस के मौके पर रहमान फाउंडेशन के देशभर में फैले शाखाओं में विभिन्न प्रकार के प्रोग्राम किए गए हैं। उन्होंने बताया कि नेरल हेड क्वार्टर में ब्लड डोनेशन कैंप में 335 लोगों ने खून दान किया। उन्होंने बताया कि इस्लाम में जान और जिंदगी को बहुत बड़ी नेमत बताया गया है। एक जान को
अन्यायपूर्ण हत्या करना करना पूरी इंसानी बिरादरी को मौत के घाट उतार देने के बराबर है, वहीं अगर किसी ने एक जान को बचा लिया तो सारी इंसानियत को बचा लिया।
लोकतंत्र के महापर्व पर रहमान फाउंडेशन के देशभर में फैले 22 शाखाओं के वॉलिंटियर ने फ्री मेडिकल कैंप, स्कूली बच्चों को बैग, जरूरतमंदों की मदद, राशन किट, गर्म कपड़े आदि बड़े पैमाने पर बांट कर सराहनीय काम किया। साथ ही पुलिस थाना और ट्रैफिक की ड्यूटी पर मौजूद पुलिसकर्मियों को फूल और मिठाई खिला कर राष्ट्रीय पर्व की खुशियों को साझा किया।
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Maulana Sajjad Nomani
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