Barabanki News... नगर में 12 रबी-उल-अव्वल पर निकलने वाला पारंपरिक जुलूस-ए-मेहम्मदी प्रशासन की मुस्तैदी से शांतिपूर्वक समपन्न हो गया। इस दौरान अकीदतमंदों में काफी जोश नजर आया। जुलूस में सभी धर्मों और वर्गों के लोगों ने पहुंचकर सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश की और मुल्क और दुनिया में अमन-ओ-अमान की दुआएं कीं।
आपको बता दें कि नगर में 12 रबी-उल-अव्वल के मौके पर शुक्रवार को जुलूस-ए-मोहम्मदी प्रस्तावित था। वहीं शुक्रवार को गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन भी शुक्रवार को होना था। जुलूस-ए-मोहम्मदी लंबे समय से पीरबटावन मोहल्ले से धनोखर, बेगमगंज से छाया होते हुए वापस पीरबटावन में खत्म होता है। गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन की वजह से जुलूस-ए-मोहम्मदी को थोड़ी देर रोका गया। इसके बाद जुलूस-ए-मोहम्मदी शुरू हुआ ही था कि श्रीरामस्वरूप मेमोरियल विश्वविद्यालय के भ्रष्टाचार एवं लाठीचार्ज के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने प्रदेशव्यापी आंदोलन के तहत मशाल जुलूस निकालने का एलान कर दिया। इसकी वजह से जुलूस-ए-मोहम्मदी में थोड़ा सा व्यवधान हुआ। प्रशासन ने मुस्तैदी दिखाते हुए एबीवीपी के मशाल जुलूस को एबीवीपी कार्यालय से छाया चौराहा,गुरुद्वारा,लखपेड़ा बाग चौराहा होते हुए नाका सतरिख के आंबेडकर पार्क तक संपन्न कराया। इसके बाद जुलूस-ए-मोहम्मदी पारंपरिक अंदाज में निकला। जुलूस का जगह-जगह पर स्वागत किया गया और इसमें शामिल लोगों को खाने-पीने की चीजें वितरित की गईं।
जुलूस-ए-मोहम्मदी के दौरान सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल भी देखने को मिली। कई धर्मों के लोग भी जुलूस में शामिल हुए और देश में अमन चैन की दुआएं की।
सांसद तनुज पुनिया, पूर्व मंत्री अरविंद सिंह गोपस्, थानीय विधायक धर्मराज यादव उर्फ सुरेश यादव, चेयरमैन प्रतिनिधि सुरेंद्र वर्मा और पूर्व एमएलसी राजेश यादव राजू जुलूस के दौरान मुस्तैद रहे और सबने देश और दुनिया में अमन चैन की दुआएं कीं। साथ ही शांतिपूर्वक और व्यवस्थित जुलूस-ए-मोहम्मदी निकालवाने के लिए प्रशासन की प्रशंसा भी की। हालांकि इस मामले पर कुछ लोगों ने सियासी रोटियां सेंकी और अफवाहें फैलाने की कोशिशें जरूर कीं, लेकिन प्रशासन की मुस्तैदी से तमाम आयोजन शांतिपूर्वक संपन्न हो गए।
The procession passed off peacefully due to the promptness of the administration.

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