रिपोर्ट: अमित गुप्ता
प्रधानाचार्या बनी निहारिका ने पूरे आत्मविश्वास के साथ दिनभर विद्यालय का संचालन किया। उन्होंने स्टाफ मीटिंग ली, कक्षाओं का निरीक्षण किया और अनुशासन व स्वच्छता पर जोर देते हुए छात्राओं को प्रेरित किया। विद्यालय की अन्य छात्राओं ने भी शिक्षिकाओं की भूमिका निभाई और विभिन्न कक्षाओं में अध्यापन कर यह साबित कर दिया कि बेटियां किसी भी जिम्मेदारी को बखूबी निभा सकती हैं।
इस अवसर पर नोडल रेखा वर्मा ने कहा कि इस तरह के प्रयोग न केवल छात्राओं में आत्मविश्वास भरते हैं बल्कि उनमें नेतृत्व क्षमता और निर्णय लेने की योग्यता भी विकसित करते हैं। उन्होंने बेटियों से अपील की कि वे शिक्षा को हथियार बनाकर जीवन की हर चुनौती का सामना करें।
विद्यालय परिसर में मौजूद छात्र-छात्राओं और अभिभावकों ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन समाज में बेटियों की भूमिका और महत्व को उजागर करते हैं। अभिभावकों ने निहारिका को शुभकामनाएं देते हुए विश्वास जताया कि आने वाले समय में वह समाज के लिए प्रेरणा बनेगी।
दिनभर विद्यालय का माहौल उत्साह और उमंग से भरा रहा। छात्राओं के आत्मविश्वास और उनकी चमकती मुस्कान इस बात का प्रमाण थी कि अवसर मिलने पर बेटियां हर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा सकती हैं।

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