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Barabanki: कुराश प्रतियोगिता के शुभारंभ पर छात्राओं को बड़ा संदेश दे गए पार्थ सारशी सेन शर्मा

 

Barabanki News... खेल में विरोधी को ही नहीं, स्वयं को भी चुनौती देकर क्षमताओं का विकास किया जा सकता है। खेल में आत्म अनुशासन व गरिमा बनाये रखना बहुत आवश्यक है। खेलों के माध्यम से नेतृत्व क्षमता एवं विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास की सोच को एक सार्थक दिशा प्रदान की जा सकती है" उक्त उद्‌गार नगर के राजकीय इण्टर कालेज के ऑडिटोरियम में 69वीं विद्यालयीय प्रदेशीय कुराश प्रतियोगिता के उद्घाटन समारोह के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि अपर मुख्य सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने व्यक्त किये। 

 अपर मुख्य सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने विशेष रूप से कहा कि वर्तमान समय में छात्रों की रुचि किताबों के बजाय मोबाइल फोन और सोशल मीडिया में अधिक होने के कारण उनका स्क्रीन टाइम बढ़ रहा है। इसे कम करने उनकी वैचारिक और तार्किक समझ विकसित करने तथा उनमें पुस्तकों के प्रति रुचि और बेहतर पठन पाठन की अभिरुचि विकसित करने के लिए उनके द्वारा प्रदेश के सभी मण्डलों के संयुक्त शिक्षा निदेशक जिला विद्यालय निरीक्षक एवं बेसिक शिक्षा अधिकारियों के 7 नवम्बर 2025 को एक पत्र जारी करके इस सम्बन्ध कुछ निर्देश और सुझाव दिए गए हैं।

 पुस्तकालय उपयोग और पठन को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश के सभी स्कूलों के छात्रों को राजकीय जिला पुस्तकालय में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। प्रत्येक छात्र को प्रति सप्ताह अनिवार्य रूप से एक ऐसी पुस्तक पुस्तकालय से निर्गमित की जाए जो पाठ्यक्रम से भिन्न हो। छात्रों द्वारा पढ़ी गई पुस्तकों का सारांश विद्यालय की प्रार्थना सभा में प्रस्तुत कराया जाए जिससे उनके अभिव्यक्ति कौशल का विकास हो। हर स्कूल में एक स्कूल मैगज़ीन तैयार की जाए जिसका संपादन छात्र स्वयं करें जिससे उनकी लेखन क्षमता और सृजनशीलता में वृद्धि हो। जो छात्र प्रति माह सर्वाधिक पुस्तकें पढ़ें और उनका सारांश प्रार्थना सभा या कक्षा में प्रस्तुत करें उन्हें प्रशंसा प्रमाण पत्र प्रदान किया जाए। नो बुके ओनली बुक अभियान न बुके केवल पुस्तक अभियान शुरू किया जाए जिसके तहत प्रतियोगिताओं के विजेताओं को ट्रॉफी या स्मृति चिन्ह के बजाय पुस्तकें भेंट की जाएं ताकि पढ़ने की प्रेरणा विकसित हो सके ।

 विद्यालय और राजकीय जिला पुस्तकालय के समस्त अध्यापक कर्मी स्वयं भी पुस्तकें पढ़ें और उनका सारांश छात्रों के समक्ष साझा करें ताकि छात्रों में भी पढ़ने के प्रति उत्साह उत्पन्न हो। छात्रों को प्रोजेक्ट कार्य के लिए पुस्तकालय की पुस्तकों का उपयोग करने के लिए प्रेरित करें। छात्रों को कहानियाँ लिखने और चित्र बनाने के लिए प्रेरित करें। कहानी सुनाना कहानी कठपुतली रोल. प्ले आदि का उपयोग करके कहानियों को रोचक तरीके से सुनाएँ। छात्रों को रचनात्मक बुकमार्क बनाने के लिए प्रोत्साहित करें और सर्वश्रेष्ठ को पुरस्कृत करें। जिन छात्रों को पढ़ने में गहरी रुचि है वे अन्य साथियों को उनकी रुचि के अनुसार पुस्तकों का सुझाव दे सकते हैं। 

 इसके पूर्व इस 03 दिवसीय प्रतियोगिता का शुभारम्भ अपर मुख्य सचिव, शर्मा, सहायक शिक्षा निदेशक, जय शंकर, जिला विद्यालय निरीक्षक, ओ०पी० त्रिपाठी तथा बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार देव पाण्डेय ने दीप प्रज्जवलित तथा माँ शारदे की प्रतिमा पर माल्यार्पण द्वारा किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी का स्वागत जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा पुस्तक भेंट कर किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी द्वारा भी अपर मुख्य सचिव को एक पुस्तक भेंट की गयी। 

अपने स्वागत उदबोधन में जिला विद्यालय निरीक्षक ने कहा कि विद्यार्थियों में स्वाध्याय की आदत का विकास करने के लिए पुस्तकों से उनका जुड़ाव अत्यन्त आवश्यक है। जनपद बाराबंकी खेल ही नहीं बल्कि शैक्षिक परिदृश्य में पूरे प्रदेश स्तर पर अपनी पहचान दर्ज कराता रहा है। उन्होंने विभिन्न मण्डलों से आये टीम मैनेजर, कोच तथा खिलाड़ियों का उत्साह वर्धन भी किया।


Parth Sarshi Sen Sharma gave a big message to the girl students at the launch of Kurash competition

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